बुरहानपुर के शिक्षाविद ने पत्नी के लिए बनवा दिया ताजमहल
खरी खरी संवाददाता
बुरहानपुर। मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक शहर बुरहानपुर शहर के शिक्षाविद आनंद प्रकाश चौकसे ने ताजमहल जैसा घर अपनी पत्नी मंजूषा को गिफ्ट किया है। घर में 4 बेडरूम, एक किचन, एक लाइब्रेरी और एक मेडिटेशन रूम है। घर को बनाने में 3 साल का वक्त लगा है। इस ताजमहल जैसे घर का क्षेत्रफल मीनार सहित 90x90 है। घर की फ्लोरिंग राजस्थान के मकराना और फर्नीचर सूरत-मुंबई के कारीगरों ने तैयार किया है। आनंद प्रकाश चौकसे ने अपना घर हूबहू आगरा में बने प्रेम की निशानी ताजमहल की तरह बनवाया है। इसमें ताज महल जैसे 4 बेडरूम वाले घर को आनंद ने अपनी पत्नी मंजूषा चौकसे को तोहफे में दिया है।
चौकसे का कहना है कि दुनिया के सात आश्चर्य में शामिल ताजमहल बुरहानपुर से गुजरने वाली ताप्ती नदी के किनारे बनना था, लेकिन कई कारणों से यह ताज महल बुरहानपुर की जगह आगरा में यमुना किनारे निर्मित हुआ। चौकसे को बुरहानपुर में ताजमहल के नहीं होने की कसक थी, इसलिए जब उन्हें मौका मिला तो उन्होंने अपनी पत्नी को ताजमहल की तरह ही यादगार गिफ्ट देने की ठानी। ताजमहल जैसे घर के निर्माण में कई अड़चनें आईं, लेकिन आऩंद प्रकाश चौकसे के अटूट विश्वास के चलते तकनीकी टीम ने ताजमहल जैसा मकान को बनाने में कामयाबी हासिल की। ताज महल जैसा घर बनाने वाले कंसलटिंग इंजीनियर प्रवीण चौकसे ने बताया कि आनंद चौकसे ने उन्हें ताजमहल जैसा मकान बनाने का कठिन टास्क दिया था। खुद आनंद चौकसे और उनकी पत्नी मंजूषा चौकसे आगरा के ताजमहल को देखने गए। उसका बारीकी से अध्ययन किया और इंजीनियरों को ताजमहल जैसा ही घर बनाने को कहा। इंजीनियर प्रवीण चौकसे ने भी आगरा जाकर ताजमहल देखा उसकी तकनीक और क्षेत्रफल का बारीकी से अवलोकन किया ताजमहल जैसे घर का क्षेत्रफल मीनार सहित 90X90 का है। बेसिक स्ट्रक्चर 60X60 का है। डोम 29 फीट ऊंचा रखा गया है। ताजमहल जैसे घर में एक बड़ा हॉल, 2 बेडरूम नीचे, 2 बेडरूम ऊपर है। एक किचन, एक लाइब्रेरी और एक मेडिटेशन रूम बनाया गया। घर के अंदर की गई नक्काशी के लिए बंगाल और इंदौर के कलाकार से मदद ली गई है। घर की फ्लोरिंग राजस्थान के मकराना के कारीगरों से कराई गई है। इनले का काम आगरा के उत्कृष्ट कारीगरों से कराया गया है। घर में लगने वाले फर्नीचर का काम सूरत और मुंबई के कारीगरों ने तैयार किया है। इस घर को इंडियन कंस्ट्रक्टिंग अल्ट्राटेक आउट स्टैंडिंग स्ट्रक्चर ऑफ एमपी का अवॉर्ड मिल चुका है।
शिक्षाविद आनंद चौकसे ने बताया कि हमारे स्कूल में देश के कोने कोने से छात्र छात्राएं आती हैं। बुरहानपुर के ताप्ती किनारे मुमताज की याद में शाहजहाँ ने ताजमहल बनाने की ठानी थी, लेकिन वह सपना पूरा नही हुआ। किसी कमी के कारण यहां ताजमहल नहीं बन पाया तो हमने एक तिहाई ताजमहलनुमा घर बनाया है जो ताजमहल की याद पूरी करेगा।